Aranya Kand PDF Download: भारतीय इतिहास और हिन्दू धर्म में प्रभु श्री राम का महत्व सर्वोपरि है, हिन्दू धर्म के लोग रामचरितमानस को धार्मिक ग्रन्थ मानते है और इसकी पूजा करते है। उत्तर भारत के लोग शुभ अवसर पर रामायण का पाठ भी कराते है। इस आर्टिकल में हम आपको Aranya Kand Free PDF Download का लिंक उपलब्ध कराएँगे जहा से आप इसे डाउनलोड करके पढ़ सकते है।
Aranya Kand PDF Download Details
File Name | Aranya Kand PDF Free Download in Hindi |
---|---|
Category | Religious PDF |
Pages In PDF | 62 |
File Size | 3.4 MB |
Language | Hindi |
Credit | – |
PDF Link | Check Here |
About Aranyakand
महाश्री वाल्मीकि की ‘रामायण’ और गोस्वामी तुलसीदास रचित ‘श्रीरामचरितमानस’ के अरण्यकाण्ड (Aranyakand PDF) में, श्रीराम ने चित्रकूट से विदाई ली और अत्रि ऋषि के आश्रम पहुंचे। अत्रि ऋषि ने उनका स्वागत किया और उनकी पत्नी अनसूया ने माता सीता को पातिव्रत्य के महत्व को समझाया। उनके अगले प्रस्थान में, श्रीराम ने शरभंग मुनि से मिला, जो केवल उनके दर्शन की इच्छा से जी रहे थे। शरभंग मुनि की मृत्यु के बाद, श्रीराम आगे बढ़ते हुए ब्रह्मलोक को गए रास्ते में, उन्हें राक्षसों द्वारा मारे गए ऋषियों की हड्डियों का दृश्य मिला। इस पर श्रीराम ने शपथ ली कि वह समस्त राक्षसों को मारकर पृथ्वी को उनसे मुक्त कर देंगे। उन्होंने अगले पथ पर सुतीक्ष्ण, अगस्त्य आदि ऋषियों से मिलकर दण्डक वन में प्रवेश किया, जहां उनकी जटायु से भेंट हुई। Aranyakand Free PDF Download Link उपलब्ध कराये गए है।
अन्य PDF डाउनलोड : रामचरितमानस पीडीऍफ़ डाउनलोड | Ramcharitmanas PDF Free Download Gita Press
राम ने पंचवटी को अपना निवास स्थान बनाया, जहां रावण की बहन शूर्पणखा ने उनसे प्रेम का इजहार किया। लेकिन राम ने उसे उनकी पत्नी सीता के लिए अस्वीकार किया। इसके परिणामस्वरूप, रावण ने सीता को हर लिया और उसे लंका ले गया। इसके बाद रावण और जटायु के बीच संघर्ष हुआ जिसमे उन्होंने माता सीता को अधमरा होने से बचाने का प्रयास किया जिसके बाद जटायु की मृत्यु हो गई। आखिरकार, राम, सीता को ढूंढने के लिए वन में अग्रसर हुए।
रामचरितमानस के अन्य अध्याय (काण्ड) डाउनलोड करे –
हमें आशा है इस Aranya Kand PDF Download in Hindi से आपको बहुत कुछ नया और ज्ञानवर्धक जानने को मिलेगा। इस तरह से विभिन्न प्रकार के नए PDF पाने के लिए हमारी वैबसाइट के साथ जुड़े रहें।