ऐ मेरे वतन के लोगों लिरिक्स: Aye Mere Watan Ke Logo Lyrics In Hindi PDF Free Download.

“ऐ मेरे वतन के लोगों” सिर्फ एक गाना नहीं है; यह एक ऐसा अमर गीत है जिसने करोड़ों भारतीयों के दिलों को छुआ है। इस गीत की धुन प्रसिद्ध संगीतकार सी. रामचंद्र ने बनाई थी, और इसके बोल मशहूर कवि प्रदीप ने लिखे थे। इसे पहली बार 26 जनवरी, 1963 को महान गायिका लता मंगेशकर ने गाया था। यह गीत 1962 के चीन-भारत युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की याद में समर्पित किया गया था, जो पूरे देश को शोक में डुबो गया था।

Aye Mere Watan Ke Logo Lyrics In Hindi PDF

ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

जब घायल हुआ हिमालय, खतरे में पड़ी आज़ादी
जब तक थी साँस लड़े वो, फिर अपनी लाश बिछा दी
संगीन पे धर कर माथा, सो गए अमर बलिदानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली
जब हम बैठे थे घरों में, वो झेल रहे थे गोली
थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

कोई सिख कोई जाट मराठा, कोई गुरखा कोई मदरासी
सरहद पर मरनेवाला, हर वीर था भारतवासी
जो खून गिरा पर्वत पर, वो खून था हिंदुस्तानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

थी खून से लथपथ काया, फिर भी बंदूक उठाके
दस-दस को एक ने मारा, फिर गिर गए होश गंवा के
जब अंत-समय आया तो, कह गए कि अब मरते हैं
खुश रहना देश के प्यारों, अब हम तो सफर करते हैं
क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी

तुम भूल न जाओ उनको, इसलिए कही ये कहानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
जय हिंद, जय हिंद की सेना
जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद

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इस गीत के पीछे की कहानी

“ऐ मेरे वतन के लोगों” गीत की रचना एक गहरे देशभक्ति और दुःख के भाव से हुई थी। युद्ध के बाद, भारत गहरे शोक में डूबा हुआ था क्योंकि राष्ट्र ने अपने कई वीर जवानों को खो दिया था। राष्ट्रवादी कविता के लिए प्रसिद्ध कवि प्रदीप, सैनिकों के बलिदान से अत्यधिक प्रभावित हुए और उन्होंने इस गीत के बोल लिखने का फैसला किया। इस गीत को इस तरह से बनाया गया था कि यह न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि दे, बल्कि भारतवासियों में गर्व और एकता का भाव भी जगाए।

जब लता मंगेशकर ने इसे पहली बार दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में गाया, तो उस समय के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी उपस्थित थे। गीत की गहराई और भावुकता ने नेहरू की आँखों में आँसू ला दिए, और यह गीत पूरे देश में देशभक्ति का प्रतीक बन गया।

देशभक्ति से भरे बोल

“ऐ मेरे वतन के लोगों” के बोल उन बलिदानों की याद दिलाते हैं जो सैनिकों ने देश की रक्षा के लिए दिए थे। यह शब्द सरल हैं, लेकिन बहुत शक्तिशाली हैं, और हर भारतीय के दिल में गूंजते हैं। यह गीत नागरिकों से सैनिकों के बलिदानों को याद रखने की अपील से शुरू होता है और अंत में देशभक्ति की ज्योति जलाए रखने की प्रार्थना के साथ समाप्त होता है।

उन लोगों के लिए जो हिंदी में गीत के बोल चाहते हैं, पीडीएफ संस्करण अक्सर छात्रों, शिक्षकों और संगीत प्रेमियों द्वारा खोजा जाता है। हिंदी में बोलों को पढ़ना न केवल गीत को बेहतर तरीके से समझने में मदद करता है, बल्कि इसके मूल भाव को भी बनाए रखता है।

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